
वांगड़ की यह धरा राजस्थान में किसकी सरकार बनेगी यह तय करने में बडी भूमिका निभाती है, डूंगरपुर की आवाम का क्या मूड है, और किसके पाले में होगी जीत और किसकी होगी हार इसकी करेगें हम पड़ताल। डूंगरपुर में भाजपा अपने विकास और मोदी सरकार की योजनाओं के सफल क्रियान्वयन कि वजह से भाजपा यहाँ खासी मजबूत है नज़र आ रही है, बीटीपी के मैदान में आने से कांग्रेस मुकाबले से पुरी तरह बाहर लग रही है।
सांगवाड़ा में बीजेपी के साथ बड़ा स्वर्ण तबका है, और बीजेपी अपने विकास कार्यों के बलबूते खासी मजबूत है, कांग्रेस कही भी दौड़ मे नहीं है।
आसपुर सीट पर बीजेपी ने मजबूत प्रत्याशी उतारकर आधी जंग पहले ही जीत ली है, और मौजूदा सांसद का यहां का स्थानीय होना फायदे का सौदा है, तो वही कांग्रेस के प्रत्याशी को लेकर खासी नाराजगी है, और कांग्रेस में आपसी गुटबाजी है।
चौरासी, यहां पर मोदी की रैली का खासा प्रभाव रहा है, भाजपा बूथ पर खासी मजबूत है, और सोशल मीडिया पर भाजपा का कोई जबाब नहीं है, वही कांग्रेस के प्रत्याशी को लेकर कार्यकर्ताओं में खासी नाराजगी है, वही आमजन में कांग्रेस पार्टी की खासी नकारात्मक छवि है, और कांग्रेस में आपसी खींचतान है।
डूंगरपुर में बीजेपी सभी सीटों पर स्वच्छ छवि के प्रत्याशियों और सोशल मीडिया, बूथ पर मजबूती के आसरे यहां कांग्रेस के मुकाबले कही आगे नज़र आ रही है।